| Attribute | Details |
|---|---|
| Song Name | Saathiya |
| Singer Name | Sonu Nigam |
| Lyrics Name | Saathiya Lyrics |
| Music Director | A. R. Rahman |
| Label | YRF Music |
Saathiya Lyrics
Saathiya Lyrics In Hindi
साथिया, साथिया
मद्धम मद्धम तेरी गीली हंसी
साथिया, साथिया
सुनके हमने सारी पी ली हंसी
(हंसति रहे तू हंसति रहे
हया की लाली खिलती रहे
ज़ुल्फ़ के नीचे गार्डन पे
सुबह-ओ-शाम मिलती
राहे) (दो बार दोहराएँ)
सौंदी सी हंसी तेरी
खिलती रहे, मिलती रही
पीली धूप पहनके तुम
देखो बाग में मत जाना
भंवरे तुमको सब छेड़ेंगे,
फूलों में मत जाना
मद्धम मद्धम हंस दे फिर से
सोना सोना फिर से हंस दे
ताज़ा गिरे पत्ते की तरह
सब्ज़-ए-लान पर लेते हुए
सात बजी है बहारों के,
एक अदा में लिपटे हुए
सावन भादों सारे तुमसे
मौसम मौसम हंसते रहना
मद्धम मद्धम हंसते रहना
साथिया, साथिया
मद्धम मद्धम तेरी गीली हंसी
साथिया, साथिया
सुनके हमने सारी पी ली हंसी
कभी नीले आसमान पे
चलो घूमें चले हम
कोई अब्र मिल गया तो
ज़मीन पर बरस ले हम
तेरी बाली हिल गई है
कभी शब चमक उठी है
कभी शाम खिल गई है
तेरे बालों की पनाह में
ये सियाह रात गुजरे
तेरी काली काली आंखें
कोई उजली बात उतरे
तेरी एक हंसी के बदले
मेरी ये ज़मीन ले ले,
मेरा आसमान ले ले
साथिया, साथिया
मद्धम मद्धम तेरी गीली हंसी
साथिया, साथिया
सुनके हमने सारी पी ली हंसी
बर्फ गिरी हो वादियों में
उन में लिपटी सिमती हुई
बर्फ गिरी हो वादियों में
और हंसी तेरी गूंजे
उन में लिपटी सिमती हुई
वात करे, धुआं निकले
गरम गरम उजला धुआं
नर्म नर्म उजला धुआँ

